yuva panchayat
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Thursday, September 6, 2012
"मनमोहन बेहद भ्रष्ट सरकार के मुखिया
विदेशी पत्रकारों कों भारतीय राजनीती का सही ज्ञान है लेकिन भारत का ये दुर्भाग्य है कि हमारेदेश के पत्रकार अभी भी कोंग्रेस और मनमोहन का गुणगान गा रहें हैं, और देश कि जनता को गुमराह कर रहें हैं, अब सवाल ये पैदा होता है कि अपने आप को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ बताने वाली ये मिडिया अपना दाइतव बखूबी निभा रहा है?? या चंद कागज के टुकड़ों कि खा
तिर अपना इमान कोंग्रेस के हाथों गिरवी रख चुकें हैं? मिडिया को भीयाद रखना चाहिए के इश देश को लुटवाने और बिकवाने में वो कोंग्रेस कि मदद कर के देश के साथ गद्दारी ही कर रहें हैं, आज ये मिडिया का दोगला चरित्र ही है जो सोसियल मिडिया इतना आगे बढ़ चूका है, अगर अभी भी मिडिया देश कि जनताको गुमराह करना बंद नहीं किया तो वो दिन दूर नहीं जब इन कि दुकान जल्द ही बंद हो जाय,,
माँ भारती के लाल स्वर्गीये 'श्रीलाल बहादुर शास्त्री जी' के बारे मे कुछ तथ्य
1.शास्त्री जी जातिवाद के खिलाफ थे इसलिए उन्होने उनके नाम के आगेश्रीवास्तव लिखना बंद कर दिया था ।
2.जब 1965 मे पाकिस्तान से युद्ध हुआ था तो शास्त्री जी ने भारतीय सेना का मनोबल इतना बड़ा दिया था की भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना को गाजर मूली की तरह काटती चली गयी थी और पाकिस्तान का बहुत बड़ाहिस्सा जीत लिया था ।
3.जब भारत पाकिस्तान का युद्ध चल रहा तो अमेरिका ने भारत पर दबाव बनाने के लिए कहा था की भारत युद्ध खत्म कर दे नहीं तो अमेरिकाभारत को खाने के लिए गेहू देना बंद कर देगा तो इसके जवाब मे शास्त्री जी ने कहा की हम स्वाभिमान से भूखे रहना पसंद करेंगे किसी के सामने भीख मांगने की जगह । और शास्त्री जी देशवासियों से निवेदन किया की जब तक अनाज की व्यवस्था नहीं हो जातीतब तक सब लोग सोमवार का व्रत रखना चालू कर दे और खाना कम खाया करे ।
4.जब शास्त्री जी तस्केंत समझोते के लिए जा रहे थे तो उनकी पत्नी केकहा की अब तो इस पुरानी फटी धोती की जगह नई धोती खरीद ली जिये तो शास्त्री जी ने कहा इस देश मे अभी भी ऐसे बहुत से किसान है जो फटी हुई धोती पहनते है इसलिए मै अच्छेकपडे कैसे पहन सकता हु क्योकि मै उन गरीबो का ही नेता हूँ अमीरों का नहीं और फिर शास्त्री जी उनकी फटी पुरानी धोती को अपने हाथ से सिलकर तस्केंत समझोते के लिए गए ।
5. जब पाकिस्तान से युद्ध चल रहा था तो शास्त्री जी ने देशवासियों से कहा की युद्ध मे बहुत रूपये खर्च हो सकते है इसलिए सभी लोग अपने फालतू के खर्च कम कर दे और जितना हो सके सेना को धन राशि देकर सहयोग करें । और खर्च कम करने वाली बात शास्त्री जी ने उनके खुद के दैनिक जीवन मे भी उतारी । उन्होने उनके घर के सारे काम करने वाले नौकरो को हटा दिया था और वो खुद ही उनके कपड़े धोते थे , और खुद ही उनके घर की साफ सफाईऔर झाड़ू पोंछा करते थे ।
6. शास्त्री जी दिखने मे जरूर छोटे थे पर वो सच मे बहुत बहादुर और स्वाभिमानी थे ।
7. जब शास्त्री जी की मृत्यु हुई तो कुछ नीच लोगों ने उन पर इल्ज़ाम लगाया की शास्त्री जी भ्रस्टाचारी थे पर जांच होने के बाद पता चला की शास्त्री जी के बैंक के खाते मे मात्र 365/- रूपये थे । इससे पता चलता है की शास्त्री जी कितने ईमानदार थे ।
8. शास्त्री जी अभी तक के एक मात्रऐसे प्रधान मंत्री रहे हैं जिनहोने देश के बजट मे से 25 प्रतिशत सेना के ऊपर खर्च करने काफैसला लिया था । शास्त्री जी हमेशा कहते थे की देश का जवान और देश का किसान देश के सबसे महत्वपूर्ण इंसान हैं इसलिए इन्हे कोई भी तकलीफ नहीं होना चाहिए और फिर शास्त्री जी ने 'जय जवान जय किसान' का नारा दिया ।
9.जब शास्त्रीजि तस्केंत गए थे तोउन्हे जहर देकर मार दिया गया था और देश मे झूठी खबर फैला दी गयी थीकी शास्त्री जी की मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई । और सरकार ने इस बात पर आज तक पर्दा डाल रखा है ।
हम धन्य हैं की हमारी भूमि पर ऐसे स्वाभिमानी और देश भक्त इंसान ने जन्म लिया । यह बहुत गौरव की बात है की हमे शास्त्री जी जैसे प्रधान मंत्री मिले ।
जय जवान जय किसान !
शास्त्री जी ज़िंदाबाद !
इंकलाब ज़िंदाबाद !.....
श्री राजीव दीक्षित कौन थे जानिए............... ..
राजीव भाई अनेकों प्रतिभाओ के धनी थे उन्हे हजारो -हजार साल का इतिहास पूरी दुनिया का मुख जुबानी याद था वो पूरी दुनिया के अर्थशास्त्र पर अच्छी पकड़ रखते थे उनके द्वारा की गयी दुनिया की सभी आर्थिक भविष्यवाणिया जज्यो की त्यो साबित हुई
उन्होने सबसे पहले बतया था की भारत का धन विदेशी बैंको मे जमा है
राजीव भाई ऐसे मुद्दे पर भी युवाओको जानकारी दे गए जिन पर आज तक किसी भी समाज सेवी ने अपना मुह नहीं खोला था राजीव भाई ने इस देश को अँग्रेजी व्यवस्था के विरुद्धखड़ा किया
राजीव भाई ही वो पहले व्यक्ति है
जिन्होंने भारत की लूट आर्थिक,सामाजिक और धार्मिक का पूरा दस्तावेजो के साथ खुलासा किया
राजीव भाई ही वो पहले व्यक्ति है जिनहोने बताया की दुनिया की हर तकनीकी का आविष्कार करोड़ो वर्ष पर भारत मे हो चुका था
राजीव भाई ने दस्तावेजो के आधार पर ये सिद्ध कर दिया की अंग्रेज़ो ने भारत को शासन व्यवस्था के नाम लूट व्यवस्था मे धकेल दिया है
राजीव भाई के बारे मे बहुत से और बाते आप उन्हे खुद सुनिए http:// www.youtube.com/ user/ashwinisoni , http:// www.youtube.com/ user/ jitendraprahri?f eature=results_ main
Tuesday, September 4, 2012
एक नया भारत बनाने काइरादा मन मेँ है
थोरियम एक "रेडियोएक्टिव" पदार्थहै जिसका उपयोग परमाणु ऊर्जा बनाने के लिए होता है l
भारत में इसके भण्डार प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है, जिसका मूल्य 48 लाख करोड़ रुपयों से भी ज्यादा है l
इसकी शुरुआत तब होती है, जब पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति जोर्
ज बुश भारत आये थे और एक सिविल न्यूक्लीयर डील पर हस्ताक्षर किये गए जिसके अनुसार अमरीका भारत को युरेनियम-235 देने की बात कही l उस समय पूरी मीडिया ने मनमोहन सिंह की तारीफों के पुल बांधे और इस डील को भारत के लिए बड़ी उपलब्धि बताया, पर पीछे की कहानी छुपा ली गयी l
आप ही बताइए जो अमरीका 1998 के परमाणु परीक्षणों के बाद भारत पर कड़े प्रतिबंध लगाता है वो भारत परइतना उदार कैसे हो गया की सबसे कीमती रेडियोएक्टिव पदार्थ भारत को मुफ्त में देने की डील करने लगा ?
दरअसल इसके पीछे की कहानी यह है की इस युरेनियम-235 के बदले मनमोहन सिंह ने यह पूरा थोरियम भण्डार अमरीका को बेच दिया जिसका मूल्य अमरीका द्वारा दिए गए युरेनियम से लाखो गुना ज्यादा है l आपको याद होगा की इस डील के लिए मनमोहन सिंह ने UPA-1 सरकार को दांव पर लगा दिया था, फिर संसद मेंवोटिंग के समय सांसदों को खरीद करअपनी सरकार बचायी थी l यह उसी कड़ी का एक हिस्सा है l
थोरियम का भण्डार भारत में उसी जगह पर है जिसे हम 'रामसेतु' कहते हैं, यह रामसेतु भगवान राम ने लाखों वर्ष पूर्व बनाया था, क्योंकि यह मामला हिन्दुओं की धार्मिक आस्था से जुड़ा था इसलिए मनमोहन सरकार ने इसे तोड़ने के बड़े बहाने बनाये .......जिसमें से एकबहाना यह था की रामसेतु तोड़ने से भारत की समय और धन की बचत होगी, जबकि यह नहीं बताया गया की इससे भारत को लाखों करोड़ की चपत लगेगीक्योंकि उसमें मनमोहन सिंह, कांग्रेस और उसके सहयोगी पार्टी डीएमके का निजी स्वार्थ था l
भारत अमरीका के बीच डील ये हुई थी की रामसेतु तोड़कर उसमें से थोरियम निकालकर अमरीका भिजवाना था तथा जिस कंपनी को यह थोरियम निकालने का ठेका दिया जाना था वो डीएमके के सदस्य
टी आर बालू की थी.........अभी यह मामला सुप्रीमकोर्ट में लंबित है l
इस डील को अंजाम देने के लिए मनमोहन (कांग्रेस) सरकार भगवान राम का अस्तित्व नकारने का पूरा प्रयास कर रही है, ओने शपथपत्रों में रामायण को काल्पनिक और भगवान राम को मात्र एक 'पात्र' बताती है और सरकार की कोशिश है की ये जल्द से जल्द टूट जाये, जबकि अमरीकी अन्तरिक्ष एजेंसी नासा ने रामसेतु की पुष्टि अपनी रिपोर्ट में की है l
अतः यह जान लीजिये की अमरीका कोई मूर्ख नहीं है जिसे एकाएक भारत कोसमृद्ध बनाने की धुन सवार हो गयी है, यदि अमरीका 10 रुपये की चीज़ किसी को देगा तो उससे 100 रुपये का फायदा लेगा, और इस काम को करने के लिए उन्होंने अपना दलाल भारत में बिठाया हुआ है जिसका नाम है"मनमोहन सिंह" l
अब केवल कैग रिपोर्ट का इंतज़ार है...जो कुछ दिनों में इस घोटाले कीपुष्टि कर देगी.... यदि 1.86 लाख करोड़ का कोयला घोटाला महाघोटालाहै तो 48 लाख करोड़ के घोटाले को क्या कहेंगे ? आप ही बताइए
इस पर बारीक विश्लेषण के लिए राजीब भाई का यह विडियो देखें, उन्होंने इस घोटाले की पुष्टि 2008 में ही कर दी थी
http:// www.youtube.com/ watch?v=4kZi2Llz rbA
http:// indiandefenceboa rd.com/threads/ conspiracy-theor y-exposing-the- ram-sethu-samud ram-project.227 2/
http:// thestatesman.net / index.php?option =com_content&am p%3Bview=articl e&%3Bid=4220 57&%3Bcatid= 38
http:// abhijit-k-adhika ri.me/ indian-military- power/ thorium-energy/
http:// www.deccanherald .com/content/ 246849/ india-all-set-ta p-thorium.html
http:// www.telegraph.co .uk/finance/ comment/7970619/ Obama-could-kill -fossil-fuels-o vernight-with-a -nuclear-dash-f or-thorium.html
http:// www.guardian.co. uk/environment/ 2011/nov/01/ homi-bhabha-indi a-thorium-nucle ar
http:// spectrum.ieee.or g/energy/ nuclear/ qa-thorium-react or-designer-rat an-kumar-sinha
http:// www.impactlab.ne t/2006/08/22/ india-switches-f rom-uranium-to- thorium/
http:// www.smh.com.au/ environment/ energy-smart/ thoriumrich-indi a-plans-alterna tive-nuclear-re actor-20111104- 1mzw3.html
http:// www.power-techno logy.com/ features/ featureu-turn-th orium-safe-nucl ear-power-gener ation/ featureu-turn-th orium-safe-nucl ear-power-gener ation-2.html
http:// article.wn.com/ view/2007/09/17/ US_firm_offers_I ndia_thorium_re actors/
http:// indiandefenceboa rd.com/threads/ conspiracy-theor y-exposing-the- ram-sethu-samud ram-project.227 2/
http:// thestatesman.net / index.php?option =com_content&am p%3Bview=articl e&%3Bid=4220 57&%3Bcatid= 38
Monday, September 3, 2012
एक नया भारत बनाने काइरादा मन मेँ है
भारत का सुप्रीम कोर्ट जो फैसला सुनता है वो जम्मू कश्मीर पर लागूनहीं होता !
भारत की संसद मे जो कानून बनाता है ! वो जम्मू कश्मीर पर लागू नहींहोता !
बिल की पहली लाइन मे लिखा होता है (expect jammu and kashmir)
भारत का झण्डा अलग है कश्मीर का अलग है !! कश्मीर का झण्डा अलग है !
कोई भारतवासी कश्मीर मे जमीन नहीं खरीद सकता !!
कश्मीर की सरकार कहाँ से पैसा एकठा करती है कहाँ खर्च करती है इसकी जानकारी भारत सरकार नहीं रखती !!
और कश्मीर की सरकार से आप जब पुछेगे की आपने कितना पैसा कहाँ खर्च किया इसकी जानकारी दो !!
तो वो कहते है ! हम किसी (भारतवासी) को जानकारी देने के लिए मजबूर नहीं है !!
हर साल हिन्दू वैष्णो देवी के मंदिर करोड़ो दान देकर आते है!SHRINE BOARD कहाँ खर्च करता है कोई हिसाब नहीं !!
जम्मू कश्मीर से एकठा हुआ tax जम्मू कश्मीर पर ही लगेगा !!
आप बस नारो मे गाते रहो कश्मीर हमारा है !!
यह सब आपके चाचा नेहरू की ही देन है !!
सिर्फ एक बार यह विडियो देखो !! कश्मीर की समस्या और उसका हल जानो!!
http:// www.youtube.com/ watch?v=kNBXw4bt ew0
Sunday, September 2, 2012
ये हिन्दू एकता किस चिड़िया का नाम है :
1996 में भी इंटेलिज़ेंस विभाग के पूर्व निदेशक एवम् उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री टी.वी. राजेश्वर ने लिखा था कि पूर्वी भारत में एक नये इस्लामिक राज्य का नक्शा उभर रहा है ।इतना ही नहीं सम्पूर्ण भारत में जहाँ मुस्लिम आबादी बढने लगती है प्रशासन उसे संवेदनशील माननेलगती है इस कारण से वैदिक धर्म के आयोजन करनें में बहुतसी कठिनाईयों का सामना कुछ मुस्लिम अवसरवादी नेताओं के कारण करना पडता है लगातार ऐसेआयोजनों की शिकायत पुलिसप्रशासन को की जाती है जिससे पुलिसप्रशासन ऐसे आयोजनों को अत्यधिक कठिनाई से और बहुत शर्तों को मनवाने बाद ही अनुमति देती हैं पुलिससंवेदनशील क्षेत्र कहकर ऐसे आयोजनों से बजने की जुगत में रहती है ।
साथ ही माननिय सर्वोच्च न्यायालयने नान डाँमिनेन्ट ग्रप को ही अल्पसंख्य माना हैऔर 3 मई 2007 को अल्पसँख्यक मुद्दे पर इलहाबादउच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री एन.एस. श्रीवास्तव नें मुस्लिमों को अल्पसँख्यक की श्रेणी से बाहर रखने की सलाह दी थी क्योंकि यह नाँन डामिनेन्ट ग्रुप नहीं है।इनका राजनीति में भी दखल है अकेले उत्तर प्रदेश मेंदोनों सदनों में 50 से अआधिकविधायक है और 18 संसद सदस्य हैं ।
आगे प्रस्तुत है जनसंख्या से सम्बंधित आँकडे 1951 में हुई जनगणना में देश में हिन्दु जनसँख्या थी 85 प्रतिशत और 2001 की जनसँख्या के अनुसार हिन्दु जनसँख्या 5 प्रतिशत कम होकर 80 प्रतिशत रह गयी और 1951 में ही मुस्लिम अल्पसँख्यक नहीं थे 19511 में मुस्लिम जनसँख्या थी 20 प्रतिशत और 2001 में मुस्लिम जनसँख्यख्या 3 प्रतिशत बढकर 13 प्रतिशत हो गयी आगे की गणना और भी हतप्रभ करने वाली है क्या आप इस बात पर विश्वास कर सकते हैं कि 9 साल में मुस्लिम जनसँख्या 1.6 प्रतिशत बढी , देश के लगभग 40 जिलों में मुस्लिम जनसँख्या 50 प्रतिशत से अधिक है। जम्बू कश्मीर,केरल,पश् चिम बंगाल,असम,बिहार ,और उत्तर प्रदेश अत्यधिक मुस्लिम जनसँख्या वाले हो गये हैं । बाँग्लादेश से सटे लगभग सभी 10 जिले और 22 लोकसभा क्षेत्र मुस्लिम बहुल्य हो चुके हैं। असम के 6 जिले तथा 126 में से 40 विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम प्रभुत्व वाले हो गये हैं। पश्चिम बंगाल में 28000 गाँवों मेंसे 8000 गाँवों मे हिन्दु अत्यन्त अल्प हो गये हैं तथा 10 जिलों में 24 प्रतिशत से अधिक जनसँख्या मुस्लिम है।उत्तर प्रदेश के 70 में से 19 जिले 20 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम जनसँख्या के हैं ।सबसे हैरान करने वाले आँकडे हरियाणा के है हरियाणा में मुस्लिम जनसँख्या तीन गुना बढी है । जम्बूकश्मीर केसात जिलों में 90 प्रतिशत मुस्लिम जनसँख्या है।सम्पूर्ण केरल में मुस्लिम जनसँख्या 19.2 प्रतिशत है और देश की राजधानीदेहली में 1951 में मुस्लिम 5.71 प्रतिशत था और 2010 में यह जनसँख्या तीन गुणा हो गयी है
परिवार नियोजन पर अल्पसंख्यकों का प्रचलित उत्तर यही रहता है कि कुरान हमें परिवार नियोजन अपनानेकी इजाजत नहीं देता है अथवा बच्चेअल्लाह की देन है इसे रेकना नहीं चाहिये तो उनसे मेरे कुछ प्रश्न हैं ओमान में4.5% ,सीरिया और लीबिया में 3.7% बँग्लादेश में 3.3% जार्डन में 3.1% केन्या में2.7% कुवैत में 2.6% और पाकिस्तान में 2.2% जनसँख्या में कमी परिवार नियोजन को अपनाने के कारण आयेऔर वहाँ की इस्लामी सरकारे परिवार नियोजन पर बहुत अधिक रकम खर्च कर रही है यदि इस्लामी कानून इसकी इजाज़त नहीं देता टी इन इस्लामिक देशों में परिवार नियोजन योजनाएं सरकारी खर्चों पर क्यूँ चल रही हैं ?
साथ ही एक और प्रश्न भी है यदिबच्चे अल्लाह की देन है तो बीमारियाँ के भी तो अल्लाह कीदी सज़ा के रूप में माने उनका ईलाज करवाने क्यूँ डाँक्टर के पास जाते हैं ये सब कुतर्क हैं जो जनता में फैलाये जाते है पाखण्डी धर्माधिकारियों द्वारा जिससे देश में अल्पसँख्यक एक दिन बहुसँख्यकहोकर भी अल्पसँख्यकों को मिलने वाले लाभ उठाते रहें ।
अल्पसँख्यकों को पहले ही पर्याप्त अधिकार दिये जा चुके हैं ।शुक्रवार को नमाज़ का छूट,पूरे विश्व में कहीं भी हजयात्रा में कोई छूट नहींहोती लेकिन भारत में हजयात्रा पर छूट मिलती है, आपको यह जानकार आश्चर्यहोगा की हमारी सरकार ने हज यात्राओपर अब तक लगभग 10 हजार करोड़ रुपये फूँक दिये है
Saturday, September 1, 2012
मत छेड़ो पाकिस्तानी मुल्लों हमकोछोटे मोटे दंगो से | बाप तुम्हारे बने भेड़िये, कासिम,गोरी के गोरखधंधों से || औकात तुम्हारी कुछ ना होती जिन्ना गांधी जो ना होते | सड़कों पर तुम भीख मांगते राम लल्ला के हम बन्दों से || कश्मीर का ख्वाब ऐसा जैसे बिल्ली के ख्वाबो में छिचड़े आते है | कराची , लाहोर भी एक दिन छिनेगे हमतुम सूअरों के पिल्लो से || आतंक का व्यापार हो करते तुम चोरीचोरी चुपके चुपके | सामने आकर लड़ने से क्यों डरते हो तुम हम भारत माँ के बच्चो से || अल्लाह भी तुम्हारा बचा ना पायेगा जब हम अपनी पर आ जायेगे | राम राम चिल्लाओगे तुम सूअर पाकिस्तानी मस्जिदों के गुम्बद से || बांग्लादेश अलग कराया अब बलूचिस्तान की बारी है | कुछ ना उखड़ा कुछ ना उखड़ेगा तुम जिन्ना के नाजायज दल्लों से || मत छेड़ो पाकिस्तानी मुल्लों हमकोछोटे मोटे दंगो से | बाप तुम्हारे बने भेड़िये, कासिम,गोरी के गोरखधंधों से ||
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