नये आगंतुकों का स्वागत है yuva panchayat एक ऐसा माध्यम है जो आप के विचारों को समाज तक पहुँचाता है और लोगों को आप के विचारों से अवगत कराता है। yuva panchayat के द्वारा हम भारतीय संस्कृति तथा विज्ञान कला व दर्शन की जानकारी दुनिया भर में पढ़ने लिखने वालों तक पहुँचा सकते हैं। अतः आप से अनुरोध है कि आप अपनी जानकारी को yuva panchayat पर सहेजें। यहाँ पर तकनीकी मामलों पर भी यहाँ प्रश्न पूछे जा सकते है। नया मत लिखने के लिए join this site पर क्लिक करें।
Sunday, September 2, 2012
ये हिन्दू एकता किस चिड़िया का नाम है :
1996 में भी इंटेलिज़ेंस विभाग के पूर्व निदेशक एवम् उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री टी.वी. राजेश्वर ने लिखा था कि पूर्वी भारत में एक नये इस्लामिक राज्य का नक्शा उभर रहा है ।इतना ही नहीं सम्पूर्ण भारत में जहाँ मुस्लिम आबादी बढने लगती है प्रशासन उसे संवेदनशील माननेलगती है इस कारण से वैदिक धर्म के आयोजन करनें में बहुतसी कठिनाईयों का सामना कुछ मुस्लिम अवसरवादी नेताओं के कारण करना पडता है लगातार ऐसेआयोजनों की शिकायत पुलिसप्रशासन को की जाती है जिससे पुलिसप्रशासन ऐसे आयोजनों को अत्यधिक कठिनाई से और बहुत शर्तों को मनवाने बाद ही अनुमति देती हैं पुलिससंवेदनशील क्षेत्र कहकर ऐसे आयोजनों से बजने की जुगत में रहती है ।
साथ ही माननिय सर्वोच्च न्यायालयने नान डाँमिनेन्ट ग्रप को ही अल्पसंख्य माना हैऔर 3 मई 2007 को अल्पसँख्यक मुद्दे पर इलहाबादउच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री एन.एस. श्रीवास्तव नें मुस्लिमों को अल्पसँख्यक की श्रेणी से बाहर रखने की सलाह दी थी क्योंकि यह नाँन डामिनेन्ट ग्रुप नहीं है।इनका राजनीति में भी दखल है अकेले उत्तर प्रदेश मेंदोनों सदनों में 50 से अआधिकविधायक है और 18 संसद सदस्य हैं ।
आगे प्रस्तुत है जनसंख्या से सम्बंधित आँकडे 1951 में हुई जनगणना में देश में हिन्दु जनसँख्या थी 85 प्रतिशत और 2001 की जनसँख्या के अनुसार हिन्दु जनसँख्या 5 प्रतिशत कम होकर 80 प्रतिशत रह गयी और 1951 में ही मुस्लिम अल्पसँख्यक नहीं थे 19511 में मुस्लिम जनसँख्या थी 20 प्रतिशत और 2001 में मुस्लिम जनसँख्यख्या 3 प्रतिशत बढकर 13 प्रतिशत हो गयी आगे की गणना और भी हतप्रभ करने वाली है क्या आप इस बात पर विश्वास कर सकते हैं कि 9 साल में मुस्लिम जनसँख्या 1.6 प्रतिशत बढी , देश के लगभग 40 जिलों में मुस्लिम जनसँख्या 50 प्रतिशत से अधिक है। जम्बू कश्मीर,केरल,पश् चिम बंगाल,असम,बिहार ,और उत्तर प्रदेश अत्यधिक मुस्लिम जनसँख्या वाले हो गये हैं । बाँग्लादेश से सटे लगभग सभी 10 जिले और 22 लोकसभा क्षेत्र मुस्लिम बहुल्य हो चुके हैं। असम के 6 जिले तथा 126 में से 40 विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम प्रभुत्व वाले हो गये हैं। पश्चिम बंगाल में 28000 गाँवों मेंसे 8000 गाँवों मे हिन्दु अत्यन्त अल्प हो गये हैं तथा 10 जिलों में 24 प्रतिशत से अधिक जनसँख्या मुस्लिम है।उत्तर प्रदेश के 70 में से 19 जिले 20 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम जनसँख्या के हैं ।सबसे हैरान करने वाले आँकडे हरियाणा के है हरियाणा में मुस्लिम जनसँख्या तीन गुना बढी है । जम्बूकश्मीर केसात जिलों में 90 प्रतिशत मुस्लिम जनसँख्या है।सम्पूर्ण केरल में मुस्लिम जनसँख्या 19.2 प्रतिशत है और देश की राजधानीदेहली में 1951 में मुस्लिम 5.71 प्रतिशत था और 2010 में यह जनसँख्या तीन गुणा हो गयी है
परिवार नियोजन पर अल्पसंख्यकों का प्रचलित उत्तर यही रहता है कि कुरान हमें परिवार नियोजन अपनानेकी इजाजत नहीं देता है अथवा बच्चेअल्लाह की देन है इसे रेकना नहीं चाहिये तो उनसे मेरे कुछ प्रश्न हैं ओमान में4.5% ,सीरिया और लीबिया में 3.7% बँग्लादेश में 3.3% जार्डन में 3.1% केन्या में2.7% कुवैत में 2.6% और पाकिस्तान में 2.2% जनसँख्या में कमी परिवार नियोजन को अपनाने के कारण आयेऔर वहाँ की इस्लामी सरकारे परिवार नियोजन पर बहुत अधिक रकम खर्च कर रही है यदि इस्लामी कानून इसकी इजाज़त नहीं देता टी इन इस्लामिक देशों में परिवार नियोजन योजनाएं सरकारी खर्चों पर क्यूँ चल रही हैं ?
साथ ही एक और प्रश्न भी है यदिबच्चे अल्लाह की देन है तो बीमारियाँ के भी तो अल्लाह कीदी सज़ा के रूप में माने उनका ईलाज करवाने क्यूँ डाँक्टर के पास जाते हैं ये सब कुतर्क हैं जो जनता में फैलाये जाते है पाखण्डी धर्माधिकारियों द्वारा जिससे देश में अल्पसँख्यक एक दिन बहुसँख्यकहोकर भी अल्पसँख्यकों को मिलने वाले लाभ उठाते रहें ।
अल्पसँख्यकों को पहले ही पर्याप्त अधिकार दिये जा चुके हैं ।शुक्रवार को नमाज़ का छूट,पूरे विश्व में कहीं भी हजयात्रा में कोई छूट नहींहोती लेकिन भारत में हजयात्रा पर छूट मिलती है, आपको यह जानकार आश्चर्यहोगा की हमारी सरकार ने हज यात्राओपर अब तक लगभग 10 हजार करोड़ रुपये फूँक दिये है
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment