Thursday, September 6, 2012

"मनमोहन बेहद भ्रष्ट सरकार के मुखिया

विदेशी पत्रकारों कों भारतीय राजनीती का सही ज्ञान है लेकिन भारत का ये दुर्भाग्य है कि हमारेदेश के पत्रकार अभी भी कोंग्रेस और मनमोहन का गुणगान गा रहें हैं, और देश कि जनता को गुमराह कर रहें हैं, अब सवाल ये पैदा होता है कि अपने आप को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ बताने वाली ये मिडिया अपना दाइतव बखूबी निभा रहा है?? या चंद कागज के टुकड़ों कि खा तिर अपना इमान कोंग्रेस के हाथों गिरवी रख चुकें हैं? मिडिया को भीयाद रखना चाहिए के इश देश को लुटवाने और बिकवाने में वो कोंग्रेस कि मदद कर के देश के साथ गद्दारी ही कर रहें हैं, आज ये मिडिया का दोगला चरित्र ही है जो सोसियल मिडिया इतना आगे बढ़ चूका है, अगर अभी भी मिडिया देश कि जनताको गुमराह करना बंद नहीं किया तो वो दिन दूर नहीं जब इन कि दुकान जल्द ही बंद हो जाय,,

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